प्रहलाद सबनानी-अखंड भारत का सिंध प्रांत वैसे तो सूफियाना अंदाज एवं आध्यात्म के लिए जाना जाता है, परंतु, सिंध प्रांत में व्यापार भी बहुत उन्नत स्तर पर होता रहा है एवं प्राचीन भारत में सिंध प्रांत के निवासी सामान्यतः सुखी, समृद्ध एवं सम्पन्न रहे हैं।
नवसंवत्सर को भारत में उत्साहपूर्वक मनाने का समय आ गया है
प्रहलाद सबनानी-अखंड भारत के पश्चिम में एक मजबूत, सम्पन्न एवं आकर्षक प्रांत हुआ करता था, जिसका नाम था सिंध। मजबूत इस दृष्टि से कि अरब देशों से मुस्लिम आक्रांता जब भी भारत पर आक्रमण करते थे तो सिंध प्रांत ही अरब आक्रांताओं का दिलेरी के साथ सामना करता था एवं
प्रहलाद सबनानी- डॉक्टर केशवराव बलिराम हेडगेवार अक्सर यह सोचा करते थे कि प्राचीन भारत में सैन्य पौरुष, ज्ञान विज्ञान, अतुलनीय समृद्धि, गौरवशाली संस्कृति इत्यादि सब कुछ होते हुए भी भारत कालांतर में परतंत्र क्यों हुआ। इस प्रश्न का उत्तर उन्होंने त
भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बैठक 12, 13 एवं 14 मार्च 2023 को हरियाणा प्रांत में सेवा साधना एवं ग्राम विकास केंद्र पट्टीकल्याणा, समालखा में संपन्न हुई। रविवार 12 मार्च को राष्ट्रीय स्वयंसेवक
भारतीय स्वाधीनता संग्राम में क्रांतिकारी विचारधारा की अगुवाई करने वाले भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु ने मातृभूमि की स्वाधीनता के लिए हँसते-हँसते बलिदान हो गए थे. महान स्वाधीनता सेनानी लाल लाजपत राय की हत्या के दोषी अंग्रेज ईसाई अधिकारी सांडर्स क
जल संरक्षण को लेकर लोगों में जागरूकता पहुंचाने के लिए आज विश्व जल दिवस मनाया जाता है. हर वर्ष 23 मार्च को यह दिन मनाया जाता है. इस बार यह विश्व जल दिवस विशेष है क्योंकि जल के देवता माने जाने वाले भगवान् झुलेलाल जी का आज जन्मदिवस है। दोंनों तिथि का ए
डॉ. हेडगेवार, लोकमान्य तिलक, लाला लाजपत राय, विपिनचन्द्र पाल, क्रांतिकारी नेता त्रलोक्यनाथ, सरदार भगत सिंह, वीर सावरकार, सुभाषचंद्र बोस, रासबिहारी बोस, श्याम जी कृष्ण वर्मा जैसे असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों की श्रेणी के महापुरुष थे तथा आप आजाद हिंद फ
भारत में अनेक समुदाय निवास करते हैं अतः नव वर्ष के नाम भी अलग-अलग पाए जाते हैं एवं नव वर्ष को मनाने की परम्परा भी भिन्न-भिन्न है। भारत में सनातन हिंदू परम्परा में नव वर्ष का एतिहासिक महत्व है। भारतीय इतिहास में दरअसल नव वर्ष मनाने के कई महत्वपूर्ण श
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वार्षिक - अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा इस वर्ष 12,13 व 14 मार्च 2023 को हरियाणा के समालखा (जिला पानीपत) में होगी। बैठक में 2022-2023 के संघ कार्य की समीक्षा और आगामी वर्ष (2023-2024) की संघ कार्य योजना पर चर्चा होगी। इस
डीलिस्टिंग जनजाति समाज के जीवन मरण का प्रश्न है : राजकिशोर हंसदा
हिंदू जागरण मंच की अखिल भारतीय बैठक की तैयारियां शुरू,अखिल भारतीय संत समाज के महामंत्री पूज्य दंडीस्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती के कर कमलों से संपन्न हुआ भूमि पूजन भोपाल. हिंदू जागरण मंच की अखिल भारतीय बैठक को लेकर शुक्रवार को
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आधुनिक विकसित परिस्थितिजन्य दोषों से मुक्त भारत के राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का व्यापक लक्ष्य लेकर विद्यालय एवं महाविद्यालय परिसरो को केंद्र बनाकर राष्ट्रीय पुनर्निर्माण में छात्रों के कर्तव्य संबंधी विचारों को आगे रखते हु
विनोद जोहरी- संक्रान्ति का अर्थ है, ‘सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में संक्रमण (जाना)’. एक संक्रांति से दूसरी संक्रांति के बीच का समय ही सौर मास है. पूरे वर्ष में कुल 12 संक्रान्तियां होती हैं. लेकिन इनमें से चार संक्रांति मे
गीता जयंती प्रत्येक वर्ष मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। बताया जाता है कि इसी दिन भगवान श्री कृष्ण के मुख से गीता के उपदेश निकले थे। पूरे विश्व भर में मात्र श्रीमद भगवत गीता ही एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जिसकी जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष
गुरू पूर्णिमा के अवसर पर देश भर में गुरू दक्षिणाओं के कार्यक्रम होते हैं। ऐसे मनाई जाती है शाखाओं में गुरु पूर्णिमा- संघ की प्रत्येक शाखा 'व्यास पूर्णिमा'/ गुरू पूर्णिमा
संघ का सेवा कार्य- दस दिवसीय दन्त चिकित्सा शिविर का आयोजन सैकड़ों की संख्या में नागरिकों ने उठाया लाभ नागरिकों ने संघ के कार्य को सराहा भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सेवा विभाग के द्वारा
सेवागाथा – वैदिक परंपराओं का पुनर्जागरण सुरभि शोध संस्थान (वाराणसी)
सेवागाथा - हर मुश्किल के साथी।
राष्ट्र सेविका समिति ने बनाई कोविड संजीवनी हेल्प लाइन
बालाघाट -अयोध्या में श्री राम लला का मंदिर 500 वर्षों के बाद पुनः बनने को अब तैयार है. सैकड़ों वर्षो के प्रतीक्षा के बाद एक भव्य राम मंदिर के लिए पूरा देश उत्सुक है. देश का हर समाज हर वर्ग हर पंथ इसमें अपना सहयोग देना चाहता है. इसी वजह से श्री राम मंदिर
नेताजी की 125वीं जयंती एवं पराक्रम दिवस के अवसर पर माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने आयोजित किया रक्तदान शिविर और विशेष व्याख्यान भोपाल। कोरोना काल
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए देशभर में निधि समर्पण अभियान प्रारंभ हो गया है. मंदिर की नींव को लेकर विशेषज्ञ मंथन कर रहे हैं. जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ होने की आशा है. निधि समर्पण अभियान और श्रीराम मंदिर निर्माण को ले
अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए 15 जनवरी से 14 फरवरी 2021 तक मध्यप्रदेश में जन-जन को जोड़कर निधि समर्पण के अंतर्गत राशि संग्रह की जाएगी, इसके लिए शनिवार राजधानी भोपाल में विस्तृत योजना बनी है। इसमें आम लोग कूपन से भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण में अपनी श्रद्धा निधि समर्पण राशि दे सकेंगे। जिसके लिए 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये के कूपन तैयार किए गए हैं। इसके अलावा जिन्हें इससे अधिक राशि देनी है वे डीडी, चेक या रसीद-बुक से अपने पेन नंबर के साथ दे सकेंगे।