विद्या भारती के पूर्व छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण की अनूठी मिसाल पेश की, कलियासोत पहाड़ी पर 1100 पौधे रोपे

21 Jul 2025 10:39:09

vidhya bharti


भोपाल। विद्या भारती के पूर्व छात्रों ने पर्यावरण के प्रति अपनी गहरी जिम्मेदारी और सामाजिक सरोकार का परिचय देते हुए एक अनुकरणीय पहल की है। सरस्वती शिशु मन्दिर के पूर्व छात्रों द्वारा चलाए जा रहे "पर्यावरण पखवाड़े" के अंतर्गत, भोपाल में निवासरत करीब 248 पूर्व छात्रों ने शहर की प्रसिद्ध कलियासोत पहाड़ी पर वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया। इस अभियान के तहत विभिन्न प्रजातियों के 1100 पौधे रोपित किए गए और सभी ने इन पौधों को वृक्ष बनाने तक उनकी सतत देखरेख का सामूहिक संकल्प भी लिया।
कार्यक्रम को अपना मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु उपस्थित विद्या भारती मध्यभारत प्रांत के प्रांत संगठन मंत्री श्री निखलेश माहेश्वरी जी ने पूर्व छात्रों के इस संगठित और निःस्वार्थ प्रयास की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "हमारे पूर्व छात्र हमारी संस्था की सबसे बड़ी पूंजी और गौरव हैं। शिक्षा पूर्ण करने के कई वर्षों बाद भी उनका अपनी जड़ों से जुड़ा रहना और समाज के प्रति अपने दायित्वों का इस निष्ठा से निर्वहन करना अत्यंत प्रशंसनीय है। पर्यावरण का संरक्षण आज सम्पूर्ण विश्व की सबसे बड़ी आवश्यकता है और हमारे पूर्व छात्रों द्वारा किया गया यह सामूहिक प्रयास न केवल सराहनीय है, बल्कि यह समाज के अन्य लोगों, विशेषकर युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत का कार्य करेगा।" उन्होंने इस बात पर बल दिया कि विद्या भारती का लक्ष्य ऐसे ही चरित्रवान और जिम्मेदार नागरिक तैयार करना है जो राष्ट्र निर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं।

यह कार्यक्रम विद्या भारती पूर्व छात्र परिषद, मध्यभारत प्रांत के तत्वावधान में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर पूर्व छात्र परिषद, विद्या भारती मध्यभारत प्रांत के प्रांत संयोजक श्री आशुतोष गुप्ता ने कहा कि, "विद्या भारती के संस्कार हमें केवल अकादमिक शिक्षा तक सीमित नहीं रखते, बल्कि समाज और प्रकृति के प्रति हमारे कर्तव्यों का बोध भी कराते हैं। यह वृक्षारोपण अभियान केवल एक दिवसीय आयोजन नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण के प्रति हमारी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है। हम सभी पूर्व छात्रों ने यह संकल्प लिया है कि हम वर्ष भर इन पौधों की नियमित रूप से देखभाल करेंगे, ताकि ये पौधे जीवित रहकर विशाल वृक्षों का रूप ले सकें और भोपाल के पर्यावरण को शुद्ध बनाने में अपना योगदान दे सकें।" उन्होंने बताया कि यह पखवाड़ा पूरे प्रांत में पूर्व छात्रों को पर्यावरण संरक्षण की गतिविधियों से जोड़ने का एक माध्यम है।

कलियासोत पहाड़ी पर हुए इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में पूर्व छात्रों का उत्साह देखते ही बन रहा था। सुबह से ही सभी सदस्य समूहों में बंटकर पौधे लगाने, गड्ढे खोदने और उनमें खाद-पानी की व्यवस्था करने में जुट गए। इस अभियान की सबसे खास बात यह रही कि इसे केवल एक औपचारिक गतिविधि के रूप में नहीं किया गया, बल्कि लगाए गए पौधों की सुरक्षा और उनके विकास के लिए एक ठोस कार्ययोजना भी तैयार की गई है। इसके तहत, पूर्व छात्रों के अलग-अलग समूह साप्ताहिक रूप से पहाड़ी पर जाकर पौधों को पानी देने, निराई-गुड़ाई करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का कार्य करेंगे।

पूर्व छात्रों का यह अभियान वृक्षारोपण से कहीं बढ़कर, पर्यावरण के प्रति सामूहिक अपनत्व और जिम्मेदारी का एक सशक्त संदेश देता है, जो भोपाल के हरित आवरण को बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से लड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
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