राष्ट्र सेविका समिति सिरोंज का नवोत्थान पथ संचलन शुक्रवार 6 नवम्बर को सरस्वती शिशु मंदिर लिंक रोड सिरोंज से निकाला गया। इस पथ संचलन में सिरोंज नगर से बालिका, तरुणी,किशोरी और महिलाओं ने अपनी भागीदारी दी।पथ संचलन आरम्भ होने के पूर्व अध्यक्षता कर रहीं शिक्षिका श्रीमती कृषणा श्रीवास्तव जी ने अपने वक्तव्य में सभी बहनों को बधाई देते हुए कहा कि महिला ही परिवार की समाज की धुरी होती है और आज के समय में राष्ट्र के सर्वोच्च आसन पर भी महिला ही है।
मुख्य वक्ता के रूप में विदिशा विभाग की सह कार्यवाहिका श्रीमती रश्मि ताम्रकार जी उपस्थित रहीं और उन्होंने अपने वक्तव्य में बताया की इस वर्ष राष्ट्रीय स्वयं संघ शताब्दी वर्ष के साथ साथ , राष्ट्र सेविका समिति के भी 90 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं । समिति व संघ पंच परिवर्तन का ध्येय लेकर समाज में कार्य कर रहे हैं।
पंच परिवर्तन में पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, नागरिक कर्तव्य एवं कुटुंब प्रबोधन जैसे विषयों पर जोर दिया जा रहा है।वन्दनीय मौसीजी ने जीजा बाई से मातृत्व, अहिल्या बाई से कृतत्व और लक्ष्मी बाई से नेतृत्व की प्रेरणा लेना चाहिए ऐसा मार्गदर्शन किया है।
सिरोंज नगर कार्यवाहिका श्रीमती अर्चना चौहान जी ने कार्यक्रम की प्रस्तावना में सिरोंज और आस पास क्षेत्रों में समिति द्वारा हो रहे आयोजनों के विषय में बताया।उन्होंने जानकारी दी कि नवोत्थान पथ संचलन के यह द्वितीय वर्ष है।नगर और आसपास के क्षेत्रों को मिलाकर लगभग दैनिक- साप्ताहिक 6 शाखा चल रही हैं जिसमें हर आयु वर्ग की बहनें सम्मिलित होती हैं।साथ ही राष्ट्र सेविका समिति का परिचय देते हुए बताया कि समिति को 90 वर्ष पूर्ण होने वाले हैं।पथ संचलन में विभिन्न आयु वर्ग की लगभग 150 बहनों ने अपनी भागीदारी दी।