घुमंतू समाज हमेशा से स्वाभिमानी एवं देश भक्त समाज रहा है - दुर्गादास.

13 Jan 2025 15:18:49
 
morena 1
 
मुरैना. भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए घुमंतू समाज को सजग व संगठित होना होग, उक्त बात आज घुमंतू समाज के जिला सामाजिक सम्मेलन में अखिल भारतीय घुमंतू कार्य प्रमुख श्री दुर्गादास जी ने कही। उन्होंने आगे कहा कि हजारो वर्ष पहले इतिहास मे जाना होगा कि यह घुमंतू समाज विभिन्न प्रकार की आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने जगह-जगह गांव-गांव घूमते थे जिससे इन्हें घुमन्तू जाति के नाम से जाना जाने लगा यह समाज स्वाभिमानी व देश भक्त समाज रहा है।
 
स्वतंत्रता के आंदोलन में झांसी की रानी के साथ अग्रेजो से लड़ाई लड़ी जिसके कारण अग्रेजो ने इस समाज पर कई प्रकार की पाबंदी लगा रखी थी। चित्तौड़ में महाराणा प्रताप के साथ मिलकर मुगलों के खिलाफ बहादुरी से लड़े और यह शपथ ली कि भारत देश स्वतंत्र रहेग। भविष्य की चुनोतियो का सामने करने के लिए घुमंतू समाज को सजग व संगठित रहना होगा। उन्होंने श्री राम जी का उदाहरण देते हुए कहा कि किस प्रकार मामा मारीच सोने का हिरन बनकर मां सीता जी के सामने आया और मां सीता मृग को देखकर लालायित हो गई फिर क्या हुआ हम सब जानते है।इस प्रकार हमें किसी पादरी अथवा मौलवी के बहकावे में में आकर धर्म परिवर्तन नहीं करना चाहिए।यह संगठन घुमंतू समाज के साथ खड़ा रहेगा ।
 
morena 2
 
 
 
विमुक्त,घुमंतू,अर्ध घुमंतू समाज का सामाजिक सम्मेलन टाऊन हॉल जीवाजी गंज मुरैना में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य रूप से बेड़ियां समाज, नागर, नाट, नाथ,खंजर ,मोंगिया एवं लोहा पीटा,सहारिया आदि समाज के लगभग 1250 लोगों का प्रतिनिधित्व रहा। कार्यक्रम में घुमंतू समाज द्वारा अपनी पारंपरिक वेशभुषा में अपनी गौरवशाली अतीत का वर्णन किया और विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि क्षेत्रीय सांसद श्री शिवमंगल सिंह तोमर ने कहा कि सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ घुमंतू समाज को पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा और घुमंतू समाज के लिए जिला स्तर पर एक छात्रावास निर्माण होगा।
 
कार्यक्रम में प्रांत के घुमंतू कार्यप्रमुख श्री लखन विश्वकर्मा ने समाज में होने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से परिचित कराया। सम्मेलन की भूमिका विभाग घुमंतू कार्य प्रमुख रामचंद्र तोमर ने रखी और संजीव खेमरिया ने आभार प्रकट किया, इस अवसर पर मंच संचालन अनिल मोदी द्वारा किया गया। अंत में सहभोज के पश्चात शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए शोभा यात्रा निकाली गई जिसमें अन्य समाज बंधुओं ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। अंत में बिस्मिल संग्रहालय पर भारत माता की आरती के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम में कृष्णकांत जी पाण्डेय, लखन विश्वकर्मा, किशोर पाठक एवं रामचंद्र तोमर उपस्थित रहे।
 
 
 
Powered By Sangraha 9.0