संतों के बीच विराजे भगवान झूलेलाल,

मंदिरों में गूंजे आयोलाल झूलेलाल के जयकारे सिन्धीसेवियों का हुआ सम्मान.

विश्व संवाद केंद्र, भोपाल    12-Apr-2024
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झुलेलाल जयंती १
 
 
वरुणावतार श्री झूलेलाल जी का जन्मोत्सव (चेटीचंड) शहर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।सुबह से रात तक शहर में विभिन्न कार्यक्रम हुए।सुबह 7 बजे माधौगंज स्थित श्री झूलेलाल मंदिर से भारतीय सिन्धू सभा द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो गाड़वे कि गोठ, लाला बाजार, दर्जी ओली,रॉक्सी रोड,चिटनीस की गोठ, महाराज बाड़ा होते हुए दानाओली स्थित श्री झूलेलाल मंदिर पर समाप्त हुई।
 
शोभायात्रा में आगे आगे पवित्र ज्योति के साथ श्रद्धालु भजनों की धुन पर झूमते नाचते चल रहे थे तो वहीं एक आकर्षक रथ पर स्वामी टेऊंराम,जय बाबा,भगत कंवरराम, बाबा आतमदास, सन्त सतरामदास,बाबा रामदास,मौजी बाबा,बाबा गुरदासराम,अम्मां वावन्द साहिब,तथा दादाजी के मनोहारी स्वरूपों के बीच भगवान श्री झूलेलाल जी की सुंदर प्रतिमा सभी के आकर्षण का केंद्र बनी रही।इस रथ को युवा श्रद्धालु अपने हाथों से खींचकर चल रहे थे।शोभायात्रा का मार्ग में विभिन्न स्थानों पर स्वागत भी हुआ।इस दौरान महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानन्द जी महाराज (दादाजी),संत हरिओम जी,प्रहलाद शास्त्री जी,दीपक हीरानी, सीमा बहन जी, मनोहर काकवानी,आत्मप्रकाश वाधवानी, विजय लुधानी, वाधवानी,दिलीप ठाकुर,डॉ. पंडित सुनील शर्मा, पंडित हरीश शर्मा, डॉ सी पी लाडकानी, अनिल आहूजा,तुलसीदास खटवानी,हासानन्द आहूजा,डॉ सत्यप्रकाश बत्रा,राजेश बत्रा,चरण आहूजा,कैलाश पंजाबी, राजू बालानी,गुरमुख वाधवा, मुकेश वलेचा, अजय मोटवानी, नरेश बत्रा,अमित कुकरेजा, अमित सचदेवा, हेमंत दयानी,मदन बत्रा,कांता उधवानी, रश्मि मगनानी,दिव्या आहूजा,सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।
 
 

झुलेलाल जयंती २ 
 
सिन्धी भाषा दिवस पर हुआ तीन सिन्धीसेवियों का सम्मान.
कल 10 अप्रैल को ही सिन्धी भाषा दिवस भी था,वर्ष 1967 में इस दिन सिन्धी भाषा को भारत के संविधान में आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया था,संयोग से उस दिन भी चेटीचंड ही था।इस उपलक्ष्य में शोभायात्रा में सिन्धी भाषा के महत्व को दर्शाते नारे लिखी कुछ तख्तियां भी शामिल की गई थीं तो वहीं शोभायात्रा के समापन पर दानाओली स्थित मंदिर में सिन्धीसेवियों के रूप में केशव हेमराजानी, सुभाष बत्रा व श्रीचंद रामरक्षानी को शॉल, श्रीफल तथा सम्मान पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया।
 
 
 
झुलेलाल जयंती ३
 
 
मुक्तिधाम में भी हुआ झूलेलाल जी की प्रतिमा का नवश्रृंगार.
चेटीचंड के अवसर पर लक्ष्मीगंज स्थित मुक्तिधाम में स्थापित प्रतिमा का विशेष पूजन किया गया,शिवरतन सिधवानी, निर्मल बहिरानी और अशोक लुडवानी ने प्रतिमा का अभिषेक कर उन्हें नए वस्त्र पहनाए।
 
 
झुलेलाल जयंती ४
 
 
मंदिरों के साथ समाधिया कॉलोनी में भी हुए आयोजन.
दानाओली व माधौगंज स्थित मन्दिरों में चेटीचंड के अवसर पर विशेष आयोजन हुए,माधौगंज स्थित मंदिर में सुबह श्री झूलेलाल जी की प्रतिमा का अभिषेक का नवीन वस्त्र पहनाए गए तो शाम को महाआरती व भजन संध्या का आयोजन हुआ जिसमें कानपुर से आए गायक विशाल खट्टर ने अपनी मधुर आवाज में एक से बढ़कर एक पारंपरिक सिन्धी भजनों की प्रस्तुति दी,दानाओली स्थित मंदिर में शाम को झंडावंदन तथा महाआरती की गई और इसके बाद ग्वालियर के जीतू खत्री एंड पार्टी ने भजनों की प्रस्तुति दी।दोनों ही मंदिरों में आकर्षक सजावट की गई थी और दोनों ही जगह पल्लव अरदास कर मानव कल्याण की सामूहिक प्रार्थना की गई,महिलाओं ने दीपदान व अक्खा अर्पित कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना की।
समाधिया कॉलोनी में शाम मो बहिराणा साहिब के पूजन के साथ सिन्धी गीतों पर बच्चों के लिए नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया,इसके बाद भंडारे का ओज भी हुआ तो महाराज बाड़ा पर सिन्ध हिन्दू जनरल पंचायत, सिन्धु वेलफेयर सोसाइटी, सिन्ध नवयुवक सामाजिक सुरक्षा मंडल,सिन्धु सोशल एंड कल्चरल सोसाइटी द्वारा पंडाल लगाकर प्रसाद वितरण किया गया।झूलेलाल कल्चरल सोसाइटी द्वारा पंचांग का वितरण भी किया गया।