संगठित होकर ही लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं – विमल गुप्ता

विश्व संवाद केंद्र, भोपाल    29-Jan-2024
Total Views |
ram
 
ग्वालियर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ग्वालियर महानगर महाविद्यालयीन विद्यार्थियों का पथ संचलन रविवार को फूलबाग मैदान से घोष की ध्वनि के साथ निकला. शहरवासियों ने विभिन्न स्थानों पर पथ संचलन का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया. पथ संचलन फूलबाग मैदान से शुरू होकर लक्ष्मीबाई समाधि स्थल, पड़ाव चौराहा, गांधीनगर रेलवे क्रॉसिंग, खेड़ापति मंदिर, द्वारकापुरी, श्रुति एनक्लेव, अपोलो हॉस्पिटल ,जीडीए ऑफिस होते हुए वापस फूलबाग मैदान पर पहुंचा. 

vimal ji gupta   
मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मध्यभारत प्रांत के सह प्रांत प्रचारक विमल गुप्ता, मुख्य अतिथि पद्मश्री अंतरराष्ट्रीय पैरा स्विमर सत्येंद्र लोहिया, विशिष्ट अतिथि ग्वालियर विभाग के सह विभाग संघचालक अशोक पाठक रहे. अध्यक्षता निर्माण आईएएस कोचिंग के संचालक संजय गुप्ता ने की.
 
मुख्य वक्ता ने कहा कि सतयुग में ज्ञान शक्ति, त्रेता में मंत्र शक्ति, द्वापर में युद्ध शक्ति का बल था, किंतु कलियुग में संगठन की शक्ति ही प्रधान है. इस शक्ति का जीता जागता उदाहरण है – 500 वर्षों के संघर्ष के बाद अयोध्या में भव्य मंदिर में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा. उन्होंने कहा कि एक साथ चलने से, स्वर से स्वर मिलाने से बड़े से बड़े लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है. इसीलिए हम गीत गाते हैं, संगठन गढ़े चलो. साथ-साथ चलने से संगठन का भाव आता है. युवा मंद-मंद वायु की तरह है, लेकिन जब यह आंधी बन जाएं तो उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है.
 
सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ता है. आग में तपकर ही सोना कुंदन बनता है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि बलि हमेशा दुर्बल की ही चढ़ाई जाती है. न अश्व की, न गज की, न बाघ की. बलि चढ़ाया जाता है तो दुर्बल की. उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है और संघ महाविद्यालीन कार्य के माध्यम से युवाओं में नागरिक शिष्टाचार, संस्कार, राष्ट्रभक्ति, कर्तव्यनिष्ठा, धैर्य, संयम का भाव जागृत करता है. कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथि परिचय ग्वालियर विभाग विद्यार्थी प्रमुख मुनेंद्र कुशवाहा ने दिया.
 
शारीरिक बल से बड़ा है मन और आत्मबल
 
मुख्य अतिथि ने कहा कि शारीरिक बल से बड़ा मनोबल और आत्म बल है. भारत सरकार ने मुझे पद्मश्री देकर ग्वालियर-चंबल संभाग का मान बढ़ाया है. मैं अभिभूत हूं कि मेरी योग्यता, मेरी प्रतिभा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सुशोभित करने हेतु मुझे इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया. 

vimal ji gupta
vimal ji gupta