भोपाल। ब्रह्मांड के प्रथम पत्रकार-विद्वान देवऋषि नारद जी की जयंती पर विश्व संवाद केंद्र, मध्यप्रदेश द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाले पत्रकार सम्मान एवं पुरस्कार वितरण समारोह में सम्मानित करने हेतु केंद्र विभिन्न विषयों पर प्रविष्ठियां आमंत्रित करता है। इसके बाद चयनित पत्रकारों को सम्मानित किया जाता है। इस वर्ष वरिष्ठ पत्रकार रमेश शर्मा को देवर्षि नारद सार्थक जीवन (पत्रकारिता) सम्मान एवं डॉ अजय खेमरिया, आकाश माथुर, श्याम सिंह तोमर, राहुल शर्मा एवं दीपेश कौरव को देवर्षि नारद पत्रकारिता पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया जायेगा।
सम्मान किये जाने वाले पत्रकारों के बारे में
रमेश शर्मा : देवर्षि नारद सार्थक जीवन (पत्रकारिता) सम्मान
श्री रमेश शर्मा पत्रकारिता के क्षेत्र में एक सुपरिचित नाम हैं। लगभग 52 वर्ष के पत्रकारीय जीवन में उन्होंने प्रिंट और इलेक्ट्रानिक दोनों माध्यमों में कार्य किया है। वे दैनिक जागरण भोपाल, राष्ट्रीय सहारा दिल्ली सहारा न्यूज चैनल एवं वॉच न्यूज मध्यप्रदेश छत्तीसगढ प्रभारी रहे हैं। स्वतंत्र पत्रकार के रूप में श्री शर्मा विभिन्न समाचार पत्रों में स्वाधीनता संग्राम, राष्ट्र, संस्कृति, सामाजिक समरसता जैसे विषयों पर नियमित आलेख लिखते हैं।
देवर्षि नारद पत्रकारिता पुरस्कार 2023 इन पत्रकारों को मिलेगा
श्री आकाश माथुर: नसरुल्लागंज का नाम भैरुंदा करने अभियान चलाया
सीहोर के युवा पत्रकार श्री आकाश माथुर को ‘नसरुल्लागंज नहीं भैरुदा नाम हो’ समाचार श्रृंखला के महत्वपूर्ण कार्य के लिए इस वर्ष देवर्षि नारद पत्रकारिता पुरस्कार के लिए चुना गया है। नवदुनिया समाचार पत्र से जुड़े श्री माथुर ने फरवरी 2022 से समाचार प्रकाशन का अभियान प्रारंभ किया जो इस वर्ष फरवरी तक चला। सरकार ने भी जनभावनाओं को समझा और नसरुल्लागंज नगर को उसका पूर्व नाम भैरूंदा पुन: प्राप्त हुआ।
डॉ अजय खेमरिया : सीएसआर फंड के लिए एनजीओ का गठजोड़ सामने लाए
शिवपुरी के डॉ अजय खेमरिया 20 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। वे विभिन्न समाचार पत्रों में कार्य कर चुके हैं। उनके आलेख विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित होते हैं। डॉ खेमरिया को उनके खोजपरक समाचार ’40 हजार एनजीओ और 1.26 लाख करोड़ का सीएसआर’ हेतु उन्हें देवर्षि नारद पुरस्कार के लिए चुना गया है।
श्री राहुल शर्मा: सांची के स्तूप की प्रतिमा और पत्थरों के बारे में नई जानकारी दी
भोपाल के श्री राहुल शर्मा 16 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं और वर्तमान में दैनिक भास्कर में विशेष संवाददाता के रूप में कार्य कर रहे हैं। 6 मार्च 2023 को दैनिक भास्कर में प्रकाशित उनके समाचार ‘सांची के स्तूप स्थानीय पत्थरों से बने, लेकिन चार सिंहों की प्रतिमा 2200 साल पहले यहां से 733 किमी दूर चुनार के सैंड स्टोन से बनी’ शीर्षक समाचार के लिए इतिहास श्रेणी में पुरस्कार के लिए चुना गया है।
श्री श्याम सिंह तोमर: हिंदी भाषा को लेकर प्रमुख समाचार लिखे
श्री श्याम सिंह तोमर पिछले 18 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। वर्तमान में पत्रिका समाचार पत्र में कार्य कर रहे श्री तोमर शिक्षा एवं संस्कृति विषयों पर प्रमुखता से लिखते हैं। ‘स्कूलों में सिखाएंगे 22 भाषाओं के संस्कारवान शब्द’, और ‘बच्चों! अब फ्रिक्वेंसी होगी आवृत्ति तो एमप्लीट्यूड को लिखेंगे आयाम...’ के लिए उन्हें पुरस्कार के लिए चयन किया गया है।
श्री दीपेश कौरव : पर्यावरण एवं शिक्षा के संबंध में विशेष समाचार
नरसिंहपुर निवासी श्री दीपेश कौरव 7 वर्षों से भोपाल में पत्रकारिता में सक्रिय हैं। वे विभिन्न समाचार पत्रों में कार्य कर चुके हैं। वे वर्तमान में स्वदेश समाचार पत्र में कार्य कर रहे हैं। स्वदेश में ही प्रकाशित विद्याभारती द्वारा संचालित शारदा विहार विद्यालय के संबंध में उनके समाचार ‘गोबर से तैयार 45 किलो सीएनजी से चलते हैं वाहन, रसोई में लगने वाली गैस का खर्च भी आधा हुआ’ हेतु उन्हें पुरस्कार के लिए चुना गया है।