ब्रेनवॉश से शुरू हुई कहानी पहुँची कन्वर्जन और लव जिहाद तक फिर लिया आतंक का रूप

विश्व संवाद केंद्र, भोपाल    21-May-2023
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HUT आतंवादी
 
मध्यप्रदेश और हैदराबाद में आतंकी संगठन ‘हिज्ब-उत-तहरीर’ (HUT) के आतंकवादियों पर National Investigation Agency (NIA) और Anti-Terrorist Squad (ATS) की कार्रवाई के बाद इस मामले में लगातार नयी-नयी बातें सामने आयीं। इस पूरी घटना की यह रही विस्तृत रिपोर्ट। 
 
रिपोर्ट: सौरभ तामेश्वरी, 19 मई 2023
 
भोपाल। आतंकी संगठन ‘हिज्ब-उत-तहरीर’ (HUT) के आतंकियों को शुक्रवार को कोर्ट में प्रस्तुत किया गया। यहाँ से 10 को रिमांड पर और 6 आतंकियों को जेल भेज दिया है। रिमांड पर भेजे गए आतंकियों से 24 मई तक पूछताछ की जायेगी। इस मामले में अब तक यही अपडेट सामने आया है। इससे पहले 9 मई को गिरफ्तार हुए सभी 16 आतंकियों को 19 मई तक रिमांड पर भेजा था।
 
National Investigation Agency (NIA) और Anti-Terrorist Squad (ATS) ने सुबह 5 से 6 बजे के बीच भोपाल व छिंदवाडा में छापामारी कर आतंकियों की गिरफ्तारी की थी। भोपाल में ऐशबाग थाना क्षेत्र के बाग उमराव दूल्हा, जवाहर कॉलोनी और बाग फरहत अफजा से 10 आतंकियों को एवं 1 को छिंदवाड़ा से गिफ्तार किया था। ऐसी ही कार्रवाई हैदराबाद में की जहाँ से 5 अन्य लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया। जिसके बाद (HUT) इन आतंकियों की संख्या 16 हो गयी।
 
मामले की सर्वप्रथम जो जानकारी सामने आई थी उसमें पकडे गए सभी की पहचान आतंकवादी संगठन ‘हिज्ब उत तहरीर’ (HUT) के सदस्यों के रूप हुई थी। ‘हिज्ब उत तहरीर’ (HUT) का उद्देश्य मुस्लिम उम्माह यानि इस्लामी राष्ट्र को वजूद में लाना एवं उनके कामों में सहयोग न करने वाले विचार, सिस्‍टम और कानून को पूरी तरह से खत्म करना है। यह संगठन सीरिया और ईराक में हजारों लोगों को मौत के घाट उतारने वाले उग्रवादी इस्लामी समूह ‘इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया’ यानी ‘आईएसआईएस’ से भी अधिक खतरनाक माना जाता है। ‘हिज्ब उत तहरीर’ (HUT) दुनिया भर के लगभग 16 देशों में बैन है इसके बाद भी इसके लगभग 50 देशों में इसके 10 लाख सक्रिय सदस्य हैं जो स्लीपर सेल्स की तरह अपने कार्य करते हैं।
 
गिरफ्तार हुए सभी 16 आतंकी, वर्षों से आम लोगों के बीच अपने उद्देश्य को लेकर कार्य कर रहे थे। इनकी सभी गतिविधियों पर आंतरिक सुरक्षा और काउंटर-इंटेलिजेंस एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) लगभग 10 महीनों से लगातार नजर बनाये हुई थी। जब सारी जानकारी पुख्ता हो गयी उसके बाद ही NIA और ATS ने यह कार्रवाई की। टीम ने आतंकियों के पास से जेहादी लिटरेचर, उपकरण, एयर गन, चाकू और तलवारें जब्त कीं। इन लोगों द्वारा युवाओं को ‘हिज्ब उत तहरीर’ (HUT) से जोड़कर उन्हें ट्रेनिंग देने की बात भी सामने आई थी।
 
चिंता करने वाली बात यह है कि सभी आतंकी आम लोगों के बीच रहकर देश विरोधी घटनाओं को अंजाम दे रहे थे, जिसकी आम जनों को कानों-कान खबर तक नहीं थी।
 
अंतर्राष्ट्रीय साजिश है लव जिहाद और कन्वर्जन:
 
‘हिज्ब-उत-तहरीर’ (HUT) संगठन के इन आतंकियों को NIA और ATS ने पकड़ने के बाद भोपाल जिला न्यायालय में पेश किया। जहाँ से कोर्ट ने सभी आतंकियों को पहले 19 तक रिमांड पर रखा उसके बाद 10 आतंकियों को रिमांड पर और 6 आतंकियों को ज्यूडिशियल कस्टडी में 24 मई तक रिमांड पर भेजा गया। अब तक आतंकियों के संपर्कों, साजिश व प्रशिक्षण आदि के बारे में पूछताछ हुई थी। इसमें उन्होंने बताया कि वे बिरयानी, लड्डू, अनारदाना जैसे कोड वर्ड का उपयोग कर टेलीग्राम, वाट्सअप पर बातचीत करते थे। उनकी कई बार जूम एप्प पर उनकी मीटिंग भी हुई।
 
पूछताछ में कन्वर्जन और लव जिहाद जैसे मामले भी सामने आये हैं। रिपोर्ट्स में पाया गया है कि पकड़े गए 11 में से 5 युवकों ने इस्लाम कबूला था एवं 3 आतंकियों ने हिन्दू लड़कियों से शादी कर उन्हें मुस्लिम धर्म अपनाने पर मजबूर किया था। अर्थात कन्वर्जन, लव जिहाद और आतंक तीनों कामों को इन आतंकियों ने प्राथमिकता में रखा था। आतंकी संगठन के इन सदस्यों के मामले में कन्वर्जन और लव जिहाद का सामने आना कन्वर्जन और लव जिहाद को अन्तराष्ट्रीय साजिश के प्रमाण के रूप में सामने हैं।
 
बड़ा बम धमाका करने की थी साजिश :
 
‘हिज्ब-उत-तहरीर’ (HUT) संगठन के यह आतंकवादी भोपाल में बम धमाका करने की साजिश रच रहे थे। आतंकियों ने स्वीकार किया है कि जिम ट्रेनर यासिर खान हिज्ब-उत-तहरीर के लिए मानव बम बनने को तैयार था। वह भीड़-भाड़ वाले इलाके में बम ब्लास्ट से इस्लाम के लिए शहादत देना चाहता था। इसके लिए आतंकियों ने भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन और मोतीलाल नेहरू स्टेडियम आदि की रेकी भी की थी।
 
जांच में सारी सच्चाई आई सामने : 
  
आतंकी मोहम्मद आलम : ‘हिज्ब-उत-तहरीर’ (HUT) के इन आतंकियों को 19 मई तक पूछताछ के लिये रिमांड पर भेजा था, जहाँ से कई जानकारियाँ सामने आती गयीं। 14 मई की लल्लूराम नाम की वेबसाइट में छपी रिपोर्ट बताती है कि आतंकी मोहम्मद आलम घर से ATS की टीम को 4 पिस्टल-कारतूस और लगभग 24 मोबाइल मिले थे। जिन्हें ATS की टीम ने जब्त किए। 
 
सौरभ सलीम   
मोहम्मद सलीम: आतंकी संगठन ‘हिज्ब-उत-तहरीर’ (HUT) के सदस्यों पर हुई कार्रवाई में पकडाए मोहम्मद सलीम की पहचान भारत में इस संगठन के सरगना के रूप में हुई। यह पहले वह हिन्दू था, जिसका नाम सौरभ राजवैद्य था। वह डेक्कन कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस (Deccan College of Medical Sciences) में प्रोफेसर था। सलीम, जाकिर नायक (Zakir Naik) के करीबी छिंदवाडा में रहने वाले डॉ कमाल के संपर्क में था, वह जाकिर नायक (Zakir Naik) की वीडियो देखता था और उसका फॉलोअर बना। छिंदवाड़ा के डॉ कमाल ने ही 2010 में सौरभ का कन्वर्जन कराकर उसे मोहम्मद सलीम बनवाया था। सलीम का मुस्लिम में कन्वर्ट होने का सार्टिफिकेट जाकिर नाईक की मदद से ही मुंबई में बना था।
 
अपने कन्वर्जन के बाद मोहम्मद सलीम हिंदुओं के बीच में जाकर उन्हें मुस्लिम बनने के लिए प्रेरित करता करता था। इसके लिए वह हिन्दुओं से बात कर उन्हें धर्म के बारे में भ्रमित करने वाली जानकारी देता। कन्वर्जन की शुरुआत उसने अपने घर से ही की। वर्ष 2009 में मानसी जैन नामक लड़की से शादी हुई। जिसके बाद वर्ष 2012 में सलीम ने अपनी पत्नी को इस्लाम में कन्वर्ट करा लिया।
 
मोहम्मद सलीम के बचपन का दोस्त तपेश तिवारी बताता है कि सलीम ने कई लोगों को कन्वर्ट करवाया है। सलीम ने उसे जाकिर नायक के वीडियो सुनने और हदीस पढ़ने के लिए दी थी। वह उसे भी डॉक्टर कमाल से मिलवाने भी ले गया था। सलीम उसे कुरान और अन्य इस्लाम से जुड़े साहित्य भी पढ़ने के लिए देता था। चाय पीने के बहाने उसे मस्जिद ले जाता था और वहां मांस खाने के लिए मजबूर करता था। साथ ही सलीम, तपेश से कहता था कि 33 करोड़ देवी-देवताओं की मूर्ति पूजा से कुछ नहीं होता, इस्लाम कबूल करने से जन्नत मिलती है।
 
तपेश कहता है कि वह भी हिंदू से मुसलमान बनने की राह निकल गया था। यह बात जब उसके पिताजी को लगी तब उन्होंने उसे बचाया अन्यथा वह भी मुस्लिम बन जाता।
 
जांच एजेंसी द्वारा ‘हिज्ब-उत-तहरीर’ (HUT) पर मोनिटरिंग और NIA व ATS की कार्रवाई के बाद आतंकियों की साजिश का पता लगा। पूरे प्रकरण में समझा जा सकता है कि आतंकियों का ब्रेनवाश इतनी जोरदार तरीके से किया गया कि वह राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को अंजाम देने से भी पीछे नहीं हटे।
 
यह हैं  गिरफ्तार हुए ‘हिज्ब-उत-तहरीर’ (HUT) आतंकी
 
भोपाल से 
 
यासिर स्वान निवासी शाहजहांनाबाद
सैयद सामी रिजवी निवासी हमीदिया अस्पताल के पास
शाहरुख निवासी ऐशबाग
मिस्बाह निवासी ऐशबाग
शाहिद निवासी जवाहर कालोनी ऐशबाग
सैयद दानिश अली निवासी ऐशबाग
मेहराज निवासी बाग दिलखुशा, ऐशबाग
खालिद हुसैन निवासी लालघाटी
वसीम खान निवासी ऐशबाग
मो. आलम निवासी इमामबाडा
छिंदवाड़ा से 
 
अब्दुल करीम
हैदराबाद से
 
मोहम्मद सलीम 
अब्दुर रहमान
मोहम्मद अब्बास अली 
शेख जुनैद 
मोहम्मद हमीद 
 
यह हैं आतंकवादियों के काम  
 
महराज अली कंप्यूटर तकनीशियन
शाहिद ऑटो ड्राइवर, 
यासिर खान जिम ट्रेनर,
सैयद दानिश अली सॉफ्टवेयर इंजीनियर,
सैयद सामी रिजवी शिक्षक,
शाहरुख- दर्जी,
मिस्बाहुल हक मजदूर,
खालिद हुसैन अध्यापक।