राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मध्यभारत प्रान्त का प्रांतीय प्रशिक्षण वर्ग (प्रथम वर्ष विशेष) प्रारम्भ

विश्व संवाद केंद्र, भोपाल    19-May-2023
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संघ का प्रशिक्षण वर्ग
 
भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (प्रथम वर्ष विशेष) का संघ शिक्षा वर्ग 18 मई को प्रारम्भ हो गया। संघ शिक्षा वर्ग 02 जून की सायं तक, भारत भारती बैतूल के आवासीय विघालय परिसर में सम्पन्न होगा। वर्ग के उद्घाटन सत्र में वर्गाधिकारी श्री लाजपत जी आहूजा, प्रांत प्रचारक श्री स्वप्निल जी कुलकर्णी, वर्ग पालक श्री मुकेश जी त्यागी, वर्ग कार्यवाह श्री रूपेश जी विश्वकर्मा उपस्थित रहे, जिनके द्वारा भारत माता के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर वर्ग का शुभारंभ किया गया।
 
इस अवसर पर वर्ग पालक श्री मुकेश जी त्यागी ने वर्ग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि व्यक्ति को हमेशा सीखने का भाव बनाए रखना चाहिए। संघ में प्रशिक्षण की परंपरा संघ संस्थापक डॉ हेडगेवार जी के द्वारा बनाई गई। इन 98 वर्षों में संघ में अनेक परिवर्तन हुए किंतु संघ के वैचारिक अधिष्ठान में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
 
इस वर्ग में 40 वर्ष से अधिक आयु के मध्य भारत प्रांत एवं विदर्भ प्रांत के 153 शिक्षार्थी प्रशिक्षण में भाग ले रहे है। इनमें व्यवसायी, कर्मचारी, डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, अधिवक्ता एवं कृषक विभिन्न स्थानों से आए हैं, जो 15 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इन शिक्षार्थियों को 19 शिक्षकों एवं पालकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
  
प्रशिक्षिणार्थियों की दिनचर्या प्रातः 4:30 जागरण से प्रारम्भ होकर रात्रि 10 बजे तक रहती है। प्रशिक्षण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अभिनव पद्धति का एक हिस्सा है। इसमें प्रशिक्षणार्थियों को प्रातः एवं सायं संघ स्थान में आत्मरक्षार्थ एवं शारीरिक पुष्टता की दृष्टि से दण्ड, नियुद्ध, पदविन्यास योग, खेल खिलाए जाते हैं। तत्पश्चात् शिक्षार्थियों को श्रम साधना एवं सेवा कार्यों का भी प्रशिक्षण दिया जाता है।
 
समाज जीवन के विभिन्न विषयों पर शिक्षार्थियों से चर्चा सत्र में चर्चा की जाती है। इन सब गतिविधियों के माध्यम से देशभक्त कार्यकर्ताओं का निर्माण हो, इसका ध्यान रखा जाता है। श्रेष्ठ वक्ताओं द्वारा राष्ट्र एवं समाज जीवन से जुड़े विषयों का प्रतिपादन शिक्षार्थियों के समक्ष किया जाता है। इससे शिक्षार्थियों को विषय की स्पष्टता होती है और जिसके माध्यम से शिक्षार्थी राष्ट्रनिर्माण में अपनी भूमिका तय कर पाते हैं।
 
सायंकाल संघ स्थान पर शिक्षार्थी सामूहिक समता एवं संचलन का अभ्यास करते हैं जिससे शिक्षार्थियों में साथ चलने के गुण का विकास होता है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ऐसे कार्यकर्ताओं का निर्माण करना है जो देशभक्त बनें और समर्पित होकर राष्ट्र एवं समाज की सेवा कर सकें।
 
वर्ग के दौरान प्रशिक्षिणार्थियों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय, क्षेत्रीय एवं अखिल भारतीय अधिकारियों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। 

संघ का प्रशिक्षण वर्ग