भोपाल. विमुक्त, घुमंतु, अर्द्ध घुमंतु जनजाति समाज के 'सामाजिक सम्मेलन' के लिए शुक्रवार को आयोजन स्थल पर भूमिपूजन किया गया। यह सम्मेलन रविवार 5 मार्च को सेंट्रल लाइब्रेरी मैदान, भारत टॉकीज चौराहा पर प्रातः 10 बजे से होगा। सम्मेलन में विमुक्त, घुमंतु, अर्द्ध घुमंतु जनजाति समाज के बंधु और मातृशक्ति सहभागिता करेंगे। सम्मेलन में केंद्रीय अधिकारी दुर्गादास व्यास विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। सम्मेलन का उद्देश्य विमुक्त, घुमंतु, अर्द्ध घुमंतु जनजाति समाज को मुख्य धारा में लाने के लिए प्रयास करना है।
शुक्रवार को भूूमिपूजन के बाद कार्यक्रम के प्रभारी विजय तिवारी ने बताया कि सदियों से हमारे देश के विमुक्त, घुमंतु, अर्द्ध घुमंतु जनजाति समाज ने भारत की अस्मिता को बचाए रखने के लिए बलिदान दिया है। स्वाधीनता संग्राम में भी विमुक्त, घुमंतु एवं अर्द्ध घुमंतु समुदायों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसके बावजूद आज हमारा विमुक्त, घुमंतु, अर्द्ध घुमंतु जनजाति समाज दर-दर भटकता हुआ अपनी अस्मिता की लड़ाई लड़ रहा है। ऐसी परिस्थति में उन्हें मुख्य धारा में लाना आवश्यक है। इसीलिए यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।
भूमिपूजन कार्यक्रम में विमुक्त, घुमंतु, अर्द्ध घुमंतु जनजाति समाज के पदाधिकारी, नागरिक एवं अन्य लोग उपस्थित थे।
गांव-गांव जाकर दिए जा रहे निमंत्रण
विमुक्त, घुमंतु, अर्द्ध घुमंतु जनजाति समाज के सामाजिक सम्मेलन हेतु समाजजनों को गांव-गांव और बस्तियों में जाकर निमंत्रण दिए जा रहेे हैं। शुक्रवार को सूखी सेवनिया, बालमपुर, अमोनी, भदभदा घाट, कोकता, बंजारा बस्तियों में समाज के लोगों से जनसंपर्क कर अधिक से अधिक संख्या में सम्मेलन में आने के लिए आमंत्रित किया गया। इस अवसर पर आयोजन समिति एवं समाज के पदाधिकारी उपस्थित थे।