विश्व के सबसे ऊँचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर में अब 19 हजार 061 फीट की ऊँचाई पर सेटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवा की शुरुआत हो गई है। पूर्वी लद्दाख के दुर्गम हालात में यह उपलब्धि क्षेत्र में सेना की संचार व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाली सियाचिन सिग्नल यूनिट के सहयोग से ''भारत ब्राडबैंड नेटवर्क लिमिटेड'' यानि BSNL ने हासिल की है।
इससे पहले वायुसेना के GSAT-7 A सेटेलाइटों पर आश्रित थी सेना
सियाचिन में सेटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवा की शुरुआत होने से सेना की 14th कोर को पूर्वी लद्दाख में चीन व पश्चिमी लद्दाख में पाकिस्तान से लगती सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने में सहयोग मिलेगा। गौरतलब है कि इससे पहले सेना, भारतीय वायुसेना के संचार सेटेलाइट GSAT-7 A के साथ ''इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गनाइनेशन'' के सेटेलाइटों पर आश्रित थी। अब देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना जमीन के साथ आसमान से भी दुश्मनों की हरकतों पर नजर रख सकेगी।
सियाचिन ग्लेशियर पूरी दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है। जहां पर तापमान शून्य से 60 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता है। सियाचिन ग्लेशियर भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के पास लगभग 78 किमी की क्षेत्र में फैला है। इसके एक तरफ पाकिस्तान तो दूसरी तरफ चीन की सीमा अक्साई चीन है। सामरिक दृष्टि से इस ग्लेशियर का काफी महत्व है।
साभार- जम्मू कश्मीर