- भोपाल के गुफा मंदिर में स्थापित हुई प्रतिमा,
- मध्यप्रदेश के पाठ्यक्रम में भगवान परशुराम जी के चरित्र का पाठ किया जायेगा शामिल,
- हम हिंदू हैं। उसके बाद किसी जाति में होंगे,
- पुजारियों को दिए जायेंगे 5 हजार रूपये।
भोपाल.भगवान परशुराम के जन्मोत्सव, अक्षय तृतीया पर राजधानी स्तिथ प्राचीन गुफा मंदिर में 21 फीट ऊंची अष्टधातु की प्रतिमा का अनावरण किया गया, यह प्रदेश की सबसे बड़ी भगवान परशुराम की ऊंची प्रतिमा है।
प्रतिमा के अनावरण के पूर्व विभिन्न र्कायक्रमों का भी आयोजन किया गया. इस दौरान कलश यात्रा में भगवान परशुराम का रथ, मालवा के ढोल शहनाईयां बजाते हुए भक्त निकल रहे थे. कार्यक्रम में मुख्य रूप से जूना पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि जी महाराज, गुफा मंदिर के महंत 1008 रामप्रवेश दास सहित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदि विशेष रूप से शामिल हुए।
इस दौरान कार्यक्रम में अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि हम हिंदू हैं। उसके बाद किसी जाति में होंगे। पहले हम हिंदू हैं। आज हिंदू समाज के सामने बड़ा संकट है, तो पहले हम हिंदू हैं, सनातनी हैं। हम पहले वैष्णव हैं। हम पहले भारत माता की संतान पहले हैं। इसके बाद कुछ और भी हैं। जाति के साथ हम एक-दूसरे को नहीं जोड़ें। हम जातियों में न बंटे होते, तो फिरंगी और आतताई कब के हमें नष्ट करके चले गए होते। जातियों का सौंदर्य है ही ऐसा, जो हम बचे रहे, समुदायों में बचे रहे। साहस के साथ बात कह रहा हूं। सब में परमात्मा एक ही है। इस दृष्टि से कह रहा हूं कि सभी जातियां समान हैं, सभी जातियां महान हैं।
वहीं कार्यक्रम में आये मुख्यमंत्री शिवाराज सिंह चौहान ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के मंदिरों पर पूजा कर रहे पुजारियों को अब 5 हज़ार रुपये का मानेदय दिये जाने के साथ प्रदेश के स्कूल के पाठ्यक्रम में भगवान परशुराम के पाठ को शामिल किये जाने की बात की. उक्त पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को भगवान परशुराम के चरित्र के बारे में पढ़ाया जायेगा।