समाज को अपना मानकर पत्रकारिता करें तो नारद जयंती मनाने की सार्थकता- डॉ मनमोहन वैद्य

प्रदेश काप्रतिष्ठित नारद जयंती समारोह रविन्द्र भवन में संपन्न, उत्कृष्ट कार्य करने वाले पत्रकारों को किया सम्मानित

विश्व संवाद केंद्र, भोपाल    17-May-2022
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नारद जयंती
नारद जयंती
 
जो समाज के हित में वह करें, अन्याय का विरोध करें। जुल्म का दिल दहल जाए इतनी कड़ी भाषा में लिखें- डॉ वैद्य
 
भोपाल। आद्य पत्रकार देवर्षि नारद के चरणों में मैं मेरा प्रणाम निवेदन करता हूँ। नारद जी संवाददाता थे, एक जगह से संवाद दूसरी जगह पहुंचाते थे। तीनों लोकों में उनका संचार था। देवता और दानव दोनों का उन पर विश्वास था। उनको सबके अंतःपुर तक खुला प्रवेश रहता था। सारी जानकारी एकत्रित करते थे और उनके सारे क्रियाकलापों का उद्देश्य लोकमंगल यही होता था। विश्व पटल पर भारत की भूमिका पर बात करते हुए उन्होंने कहा इसको समझने के लिए भारत की विशेषता को समझना आवश्यक है। हाऊ भारत इस डिफरेंट स्टेट इन द वर्ल्ड देन ऑल अदर कन्ट्रीस ? तो फिर अपनी भूमिका ध्यान में आएगी। भारत की जो विशेषता है, वो भारत की जो विश्व दृष्टि है और उसका आधार आध्यात्मिकता है। यह भारत को अलग करता है। Fritjof Capra नामक पार्टिकल फिजिसिस्ट को कोट कर उनके द्वारा किये पश्चिम के वर्णन को बताते हुए कहा कि अब दुनिया का पैराडाइम भारत की ओर आ रहा है, इस स्प्रिटुअल ट्रेडिशन की भारत की विशेषता को समझने की आवश्यकता है। भारत को समझें तो अपने आप विषय से संबंधित बातें क्लियर हो सकती हैं।
 
यह बात राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य जी ने विश्व संवाद केंद्र, मध्यप्रदेश द्वारा आयोजित नारद जयंती एवं पत्रकार सम्मान समारोह में "विश्व पटल पर भारत: मीडिया की भूमिका" विषय पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कही।
 
उन्होंने स्वामी विवेकानंद जी द्वारा 1893 के शिकागो सम्मेलन में कही बात को याद दिलाते हुए कहा कि सबको स्वीकार करने वाला ही भारत है, सहिष्णुता से आगे भारत है। भारतीय विचार सबका सोचता है। यह भारत की विशेषता है। उन्होंने भारत की संस्कृति को समझने की बात की।
 
श्री वैद्य ने विश्व से भारत की तुलना करते हुए भारत की विशेषता बताई, उन्होंने कहा कि भारत में समाज नाम का स्वतंत्र अस्तित्व है। उन्होंने पश्चिम में समाज को व्यक्तियों का होना बताया, वहीं भारतीय चिंतन के अनुसार परिवारों का समाज भारत में बनने की बात कही। उन्होंने इस बात से जोड़ते हुए कहा कि एक परिवार को बनाने के लिए सभी के कॉन्ट्रिब्यूशन की आवश्यकता लगती है। परिवार को बनाने में, रखने में आगे बढाने में हर एक को मेहनत करनी पड़ती है। जो कि भारत में सभी के अन्दर है।
 
उन्होंने “मैं” को छोटा कर “हम” को बढाने की बात बताई । उन्होंने कहा जो हमारे नहीं हैं, उन्हें भी अपना समझने का कार्य हम करते हैं- यह धर्म है। धर्म सभी को जोड़ने का कार्य करता है, यह कभी भेदभाव नहीं करता। श्री वैद्य ने कोरोना का उदहारण देते हुए दुनिया भर में स्टेट एम्प्लाई द्वारा कार्य करना बताया। वहीं भारत में केंद्र के कर्मचारिओं द्वारा की गयी सेवा की सराहना करते हुए यहाँ के लोगों की एकता को बताया व समाज के वर्ग द्वारा भी सहयोग करने की बात कई । उन्होंने भारत के बाहर ऐसा कहीं भी न होने की बात की व कहा कि एक दो देशों में समाज सहयोग करने आगे आया था वहां भी यहीं से गए हुए भारतीय ही थे। अपनी जान को खतरा होते हुए भी उस समय लोगों के अन्दर सेवा के भाव को उजागर करते हुए डॉ वैद्य लोगों द्वारा की सेवा पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने भारतियों के लिए समाज को संसाधन न होकर वह मेरा अपना समाज है कहा। कोरोना काल में स्वयंसेवकों की भूमिका के बारे में बताते हुए कहा संघ के 5 लाख स्वयंसेवकों ने सेवा कार्य में अपने आप को आगे रखा और लोगों को मदद पहुंचाई।
 
डॉ वैद्य ने यजुर्वेद के श्लोक “वयं राष्ट्रे जागृयाम पुरोहिताः” बोलते हुए पत्रकारों से जागृति पूर्वक अपना कार्य करने की बात कही। उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जो समाज के हित में वह करें, अन्याय का विरोध करें। जुल्म का दिल दहल जाए इतनी कड़ी भाषा में लिखें। यह समझें कि यह समाज मेरा है मैं उसका अंग हूं। उन्होंने इस बात को स्मरण में रखकर अपने आप को भारत के लिए समर्पित करके पत्रकारिता धर्म निभाने की बात कही।
 
रविन्द्र भवन में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत गीत-संगीत, सरस्वती वंदना व दीप प्रज्जवलित कर की गयी। इस दौरान कथक के माध्यम से सरस्वती वन्दना वत्सला चौबे द्वारा प्रस्तुत की गयी। अतिथि सम्मान एवं वक्तव्य के पश्चात पत्रकारिता जगत के प्रतिष्ठित सम्मान का वितरण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी रहे। उक्त कार्यक्रम में मंच का संचालन अखिलेश श्रीवास्तव ने व आभार संवाद केंद्र, मध्यप्रदेश के सचिव दिनेश जैन ने किया। प्रदेश के इस प्रतिष्ठित आयोजन में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया अन्य माध्यमों के संपादक, वरिष्ठ पत्रकार, उप संपादक, फोटो पत्रकार, स्तंभ लेखक, शिक्षाविद, युवा, विद्यार्थी एवं पत्रकारिता में रूचि रखने वाले लोग सम्मिलित हुए। 

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समाज हित में की जाये पत्रकारिता- श्री त्रिवेदी
 
कार्यक्रम में अपना अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी ने कहा कि भूमि से देवलोक तक समाचार पहुंचाने वाले पत्रकार हैं नारद जी। नारद वह पत्रकार हैं जिसमें हिम्मत है, जो भगवान विष्णु को कमियां बताता है कि आप के राज में हो क्या हो रहा है। उन्होंने पत्रकारों से पूछते हुए कहा कि क्या हम ऐसा कर रहे हैं।
 
उन्होंने विश्व संवाद केंद्र के कार्यकारी अध्यक्ष अजय नारंग की बात पर बोलते हुए समाज के हित में पत्रकारिता करने की बात पर दिया जोर दिया। उन्होंने कहा कि विश्व पटल पर भारत की भूमिका समाज के हित की बात है। इसके साथ श्री त्रिवेदी ने कश्मीर पंडितों के संबंध में अब की पत्रकारिता पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि कश्मीर पंडितों की वापसी नहीं, मौजूदा सरकार से सवाल पूछने में अब समाज हित से अलग चलने वाले पत्रकारों का इंटरेस्ट है।
 
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राष्ट्रीय विचारों को लेकर चलने का कार्य करता है विश्व संवाद केंद्र- नारंग
 
विश्व संवाद केंद्र के कार्यकारी अध्यक्ष अजय नारंग ने संवाद केंद्र का परिचय देते हुए कहा कि संवाद से कोई विचार बनता है और जब विचार बड़ा रूप लेता है तो उससे कोई योजना है। योजना बनती है तो उससे बड़े-बड़े काम किये जा सकते हैं। इन सभी के गर्भ में संवाद ही है और संवाद करने का काम ही संवाद केंद्र का है।
 
उन्होंने कहा कि हम संवाद करते हैं राष्ट्रीय विचारों को लेकर, जीवन मूल्यों को लेकर, ऐसे विचार जो कि भारत और उसके राष्ट्रीयता से सम्बद्ध हों। जिन विचारों को लेकर हर समाज के विकास में आगे बढ़ सकें, उन सब विचारों का संवाद करने का काम संवाद केंद्र का है। उन्होंने विश्व संवाद केंद्र, मध्यप्रदेश द्वारा विगत 16 वर्षों से नारद जयन्ती का आयोजन करने की बात बताई। साथ ही उन्होंने कहा कि 10 वर्षों से विश्व संवाद केंद्र मध्य प्रदेश पत्रकारों को सम्मानित कर है।
 
विश्व संवाद केंद्र, मध्यप्रदेश प्रत्येक वर्ष आयोजित करता है समारोह-
 
विश्व संवाद केंद्र, मध्यप्रदेश प्रतिवर्ष देवर्षि नारद की जयंती के अवसर पर प्रदेश भर के पत्रकारों का यह प्रतिष्ठित समारोह आयोजित करता है। जिसमें आद्य पत्रकार नारद जी की जयंती पर उन्हें स्मरण करते हुए उनके बारे में लोगों तक जानकारी पहुंचाने व उनके पत्रकारिता से सीखकर पत्रकारिता धर्म निभाने की बात पर जोर दिया जाता है । इसके साथ ही पत्रकारिता के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान देने वाले पत्रकारों को केंद्र के द्वारा विभिन्न सम्मानों से सम्मानित किया जाता है।
 
इन्हें किया गया है सम्मानित –
 
कोरोना काल के कारण विगत वर्षों में समारोह का आयोजन नहीं हुआ था, इसलिए इस वर्ष २०२0 से लेकर २०२२ तक चयनित पत्रकारों को “नारद पत्रकारिता सम्मान” प्रदान किये गए हैं. इनमें वर्ष 2020 के लिए वेबदुनिया डॉट कॉम के संस्थापक संपादक डॉ प्रकाश हिन्दुस्तानी, वर्ष २०२1 के लिए वरिष्ठ पत्रकार एवं पर्यावरणविद स्व. श्री अनिल यादव व २०२२ के लिए पूर्व संपादक स्वराज एक्सप्रेस एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री कृष्णकांत अग्निहोत्री एवं को प्रदान किया गया है।
 
इस समारोह में वर्ष 2020 एवं वर्ष 2022 के देवर्षि नारद पत्रकारिता पुरस्कार एक साथ प्रदान किए जाएंगे। इनमें वर्ष 2020 के लिए देवर्षि नारद पत्रकारिता पुरस्कार श्रीमती अंजली राय, वरिष्ठ संवाददाता, नवदुनिया भोपाल, श्री राहुल शर्मा, वरिष्ठ संवाददाता, द सूत्र, भोपाल एवं श्री श्रीकांत त्रिपाठी वरिष्ठ संवाददाता, दैनिक भास्कर सागर को प्रदान किया गया।
 
इसी प्रकार वर्ष 2022 के देवर्षि नारद पत्रकारिता पुरस्कार श्री प्रवीण श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार पत्रिका रायसेन, श्रीमती प्रीति जैन, वरिष्ठ पत्रकार पीपुल्स समाचार, भोपाल, श्री अजय जैन, ब्यूरोचीफ नवदुनिया विदिशा, श्री भीमसिंह मीणा, वरिष्ठ पत्रकार दैनिक भास्कर भोपाल एवं श्री रचित दुबे संवाददाता न्यूज 18 को प्रदान किया गया है।
 
यह रहे चयन समिति में शामिल-
 
विश्व संवाद केंद्र, मध्यप्रदेश ने निर्णायक मंडल का गठन किया था। इसमें प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार एवं संपादकों को सम्मिलित किया गया था। चयन समिति में श्री अक्षत शर्मा, प्रबंध संपादक स्वदेश समाचार पत्र समूह, श्री मनोज जोशी वरिष्ठ पत्रकार दैनिक भास्कर, श्री धीरेंद्र कुमार सिंह, वरिष्ठ पत्रकार जागरण समूह, श्री प्रवीण दुबे, वरिष्ठ पत्रकार न्यूज 18 एवं वरिष्ठ पत्रकार सतीश एलिया शामिल थे।
 
वहीं मुख्य चयन समिति में श्री शिवकुमार विवेक, सलाहकार संपादक स्वदेश, श्री आनंद पांडे, मुख्य संपादक, द सूत्र, श्री शरद द्विवेदी, चैनल हेड बंसल न्यूज, श्री सुदेश गौड़, पूर्व संपादक नवदुनिया एवं श्री धनंजय प्रताप सिंह, ब्यूरो चीफ नवदुनिया सम्मिलित थे। नारद सम्मान के लिए गठित चयन समिति में वरिष्ठ पत्रकार रमेश शर्मा, श्री गिरीश उपाध्याय, सलाहकार संपादक स्वेदश ग्वालियर, श्री प्रकाश भटनागर, मुख्य संपादक अनादि टीवी एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री जयराम शुक्ल सम्मिलित रहे। 

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