कवि प्रदीप का हर गीत था लोकप्रिय

आओ बच्चो तुम्हें दिखाये झाँकी हिन्दुस्तान की

विश्व संवाद केंद्र, भोपाल    07-Feb-2022
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कवी
 
"ऐ मेरे वतन के लोगो जरा आँख में भर लो पानी" जैसे अमर गीत के रचनाकार कवि प्रदीप का 6 फरवरी 1915 को जन्मदिन था. वे  दुनियाँ के उन विरले लोगों में से हैं जिनका हर गीत लोकप्रिय हुआ। उन्होंने लगभग दो हजार गीत लिखे इसमें से लगभग 1700 गीत फिल्मों में आये। उन्हे 1997 में दादा साहिब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
 
कवि प्रदीप का जन्म उज्जैन के अंतर्गत बड़नगर में हुआ था। वे मात्र 25 वर्ष की आयु में उस समय पूरे देश में छा गये जब 1940 में उनका गीत "चल चल रे नौजवान" फिल्म बंधन में आया। 1944 में दूसरा गीत " दूर हटो ऐ दुनियाँ वालो ये हिन्दुस्तान हमारा है" ने भी लोकप्रियता के नये कीर्तिमान बनाये। इस गीत से अंग्रेज नाराज हो गये। उनकी गिरफ्तारी का आदेश दिया। प्रदीप जी भूमिगत हो गये।
 
1954 में "आओ बच्चो तुम्हें दिखाये झाँकी हिन्दुस्तान की" फिल्म जाग्रति में आया। 1962 में उन्होंने चीन युद्ध में शहीदों के लिये गीत लिखा "ऐ मेरे वतन के लोगो जरा आँख में भर लो पानी" गीत लता जी ने गाया। इसे सुनकर नेहरू जी की आँखो में आँसू आ गये थे।
  
प्रदीप जी ने इस गीत का राजस्व सैनिकों की विधवा कोष में देने को कहा। लेकिन रिकार्डिंग कंपनी एचएमवी ने पैसा जमा न किया। अंत में हाईकोर्ट मुम्बई के आदेश पर दस लाख रुपये जमा किये। उनहोंने 11 दिसम्बर 1998 में संसार से विदा ली।