भोपाल। विजय दिवस के अवसर पर सरस्वती विद्या मंदिर कोटरा के घोष दल के भैया-बहिनों ने विद्यालय से घोष संचलन निकाला। घोष की धुन पर संचलन करते हुए भैया-बहिन आचार्य और दीदियों के साथ वीर सावरकर उद्यान पहुंचे जहां घोष दल द्वारा वादन किया। सरस्वती शिशु मंदिर शिवाजी नगर के भैया-बहिन भी घोष की धुन पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस चौराहा पहुंचे और श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसी प्रकार पूरे मध्य भारत प्रांत में 80 स्थानों पर सरस्वती शिशु मन्दिरों के 3 हजार विद्यार्थियों ने अपने-अपने नगर में घोष के साथ संचलन किया।
मध्यभारत प्रान्त के सुघोष दर्शन के प्रांत संयोजक ज्ञान सिंह कौरव ने बताया कि ढाका विजय 1971 के अमर बलिदानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए पूरे मध्यभारत प्रान्त के प्रत्येक सरस्वती शिशु मन्दिर में कार्यक्रम किए गए। घोष (बैण्ड) की धुन पर कदम से कदम मिलाते भैया और बहिनों ने नगर के प्रमुख मार्गों से संचलन किया। वे अपने नगर में अमर बलिदानियों के स्थानीय स्मारक पर पहुंचे और श्रृद्धसुमन अर्पित किए। यह मार्च पास्ट 23 जनवरी 2023 को होने वाले प्रान्तीय सुघोष दर्शन कार्यक्रम की तैयारी की दृष्टि से पूर्व अभ्यास भी था। इसी प्रकार का एक विशाल पथ संचलन सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर भोपाल महानगर में सुभाष चन्द्र चौराहे पर आयोजित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि 16 दिसम्बर का दिन भारतीय सैनिकों के शौर्य को सलाम करने का दिन है। पाकिस्तान पर भारत की ऐतिहासिक जीत आज भी देशवासियों के मन में एक उमंग भर देती है । इस युद्ध में लगभग 3900 सैनिक शहीद हुये थे और भारतीय सैना ने पाक्स्तिान के लगभग 93000 सैनिकों को आत्मसमर्पण के लिये मजबूर कर दिया था। भारतीय सेना के उन वीर सैनिकों और बलिदानियों को श्रृद्धासुमन अर्पित करने के लिये विद्यालय के छात्रों द्वारा घोष (बैण्ड) के साथ कदम से कदम मिलाकर मार्चपास्ट किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य, प्रबंधक एवं समस्त शिक्षकगण उपस्थित रहे। जगह-जगह पर स्थानीय निवासियों द्वारा मार्चपास्ट कर रहे छात्रों पर पुष्पवर्षा भी की गई।
सरस्वती शिशु मन्दिर केदारधाम आवासीय विद्यालय, ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड, दतिया, शिवपुरी, श्योपुर, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुर, बैतूल, हरदा आदि जिलों में संचालित सभी सरस्वती शिशु मन्दिरों में पथ संचलन निकाला गया।