योगी सरकार ने मथुरा-वृंदावन में 10 किलोमीटर क्षेत्र को तीर्थ स्थल घोषित किया है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्णय के अनुसार, भगवान कृष्ण की जन्मस्थली के 10 किलोमीटर के दायरे में आने वाले नगर निगम के 22 वार्ड अब तीर्थस्थल होंगे. इस क्षेत्र में मांस-मदिरा की बिक्री प्रतिबंधित होगी.
इन 22 वार्डों का क्षेत्र अब हुआ तीर्थ क्षेत्र:--
घटीबहालराय,गोविन्दनगर,मंदीरामदास, चौबियापाड़ा, द्वारिकापुरी, नवनीत नगर, वनखंडी ,भरतपुर गैट, अर्जुनपुरा, हनुमान टीला, जगन्नाथपुरी, गऊघाट, मनोहरपुरा, वैरागपुरा , राधानगर, बदरीनगरा, महाविद्याकालोनी, कृष्णानगर प्रथम, कृष्णानगर द्वितीय, कोयलागली, डैम्पीयरनगर एवं जयसिंह पुरा वार्ड को अब तीर्थ क्षेत्र घोषित कर दिया गया है.
उल्लेखनीय है कि भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मथुरा गए थे. उन्होंने कहा था कि ‘‘चार वर्ष पूर्व मथुरा वासियों की मांग पर मथुरा एवं वृन्दावन नगर पालिकाओं को मिलाकर नगर निगम का गठन किया गया. उसके बाद मथुरा के सात पवित्र स्थलों को राजकीय रूप से तीर्थ स्थल घोषित किया गया और अब मथुरा वासियों की इच्छा है कि इन पवित्र स्थलों पर मांस एवं मदिरा की बिक्री पर रोक लगाई जाए. मैं आश्वस्त करता हूं कि ऐसा ही होगा. इसके लिए जिला प्रशासन को कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए हैं."
उन्होंने यह भी कहा था कि ‘‘ इस व्यवसाय में लगे हुए लोगों को किसी अन्य कार्य का प्रशिक्षण देकर उनका पुनर्वास किया जाना चाहिए. उन लोगों की व्यवस्थित रूप से काउंसलिंग की जानी चाहिए. अच्छा होगा कि जो इस काम में लगे हुए हैं उनके लिए दुग्ध पालन के छोटे-छोटे स्टॉल बना दिए जाएं. हमारा उद्देश्य किसी को उजाड़ना नहीं है. उनका पुनर्वास करना है. ब्रज तीर्थ विकास परिषद यहां के जन प्रतिनिधियों एवं स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर योजनाएं तैयार करेगा.