केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर इस बारे में जानकारी दी है. पत्र में लिखा गया है कि फॉर्मल पेशे, मैन्युफैक्चरिंग और अन्य सेवाओं के सरकारी और निजी दफ्तरों में 45 साल से अधिक आयु वाले कर्मचारियों के वैक्सीनेशन के लिए यह निर्णय लिया गया है.
अभियान को सफल बनाने के लिए केंद्र ने राज्यों की सहायता के लिए गाइडलाइंस भी जारी की हैं. गाइडलाइंस के तहत राज्य एवं जिला प्रोग्राम मैनेजर को जरूरी जानकारियां दी जाएंगी, जिससे कार्यस्थल पर भी वैक्सीन की खुराक दी जा सके.
दूसरी ओर, वैश्विक महामारी के विरुद्ध सामूहिक लड़ाई लड़ते हुए भारत ने 16 जनवरी को शुरू किए गए विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है. टीकाकरण अभियान के तहत 9 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा चुका है.
आज सुबह तक की सूचना के अनुसार 13,77,304 सत्रों में 9,01,98,673 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है. इनमें 89,68,151 स्वास्थ्य कर्मचारियों (एचसीडब्ल्यू) को टीके की पहली खुराक दी गई है और 54,18,084 स्वास्थ्य कर्मचारियों को दूसरी खुराक दी गई है. इसके अलावा 97,67,538 अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं (एफएलडब्ल्यू) को पहली खुराक और 44,11,609 अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को दूसरी खुराक दी गई है. इसके साथ ही 60 वर्ष से अधिक उम्र के 3,63,32,851 लाभार्थियों को पहली खुराक और 11,39,291 लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी गई है. 45 से 60 साल उम्र के 2,36,94,487 लाभार्थियों को पहली खुराक और 4,66,622 लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी गई है.
पिछले 24 घंटों में टीके की 30 लाख से ज्यादा खुराकें दी गईं. टीकाकरण अभियान के 82वें दिन (7 अप्रैल, 2021) को 29,79,292 टीके लगाए गए. इनमें से 26,90,031 लाभार्थियों को 38,760 सत्रों में पहला टीका और 2,89,261 लाभार्थियों को दूसरा टीका लगाया गया. वैश्विक स्तर पर प्रतिदिन लगाए जाने वाले टीकों के मामले में भारत प्रतिदिन औसतन 34,30,502 टीका लगाकर विश्व में प्रथम स्थान पर है.