भोपाल के “देश के नंबर 1 विश्वसनीय अखबार” दैनिक भास्कर में कल सुबह एक खबर छपी, खबर थी की राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल AIIMS में एक साथ 102 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. स्वाभाविक तौर पर इस खबर को पढ़ते हीं लोगों में डर बढ़ने लगा क्यूंकि पिछले एक सप्ताह से दैनिक भास्कर हीं प्रचारित कर रहा है कि अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे, सरकार द्वारा बताये गए आकड़ों से कहीं ज्यादा शव विश्राम घाटों में जलाये जा रहे हैं. इस सारे डर के बीच 102 डॉक्टर का पॉजिटिव आना मतलब राजधानी की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था का धरासाई हो जाना.
दोपहर होते होते AIIMS की तरफ से मीडिया को जानकारी दी गयी की दैनिक भास्कर द्वारा चलाई गयी ये खबर पूरी तरह से गलत है. 102 नहीं बल्कि 02 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. एम्स प्रबंधन ने बताया कि 8 अप्रैल की रात तक 1285 में से केवल 38 विद्यार्थी संक्रमित हुए हैं. जबकि 2000 स्वास्थ्य कर्मियों में से 13 संक्रमित हुए हैं और 200 से ज्यादा संकाय सदस्यं में से केवल 2 सदस्य ही संक्रमित हुए हैं. अब तक सभी स्वास्थ्यकर्मी, विद्यार्थी या रेजीडेंट डाक्टर सभी स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं. कोई गंभीर बीमारी से ग्रसित नहीं है.
— AIIMS Bhopal 😷 (@AIIMSBhopal) April 9, 2021
कुछ मीडिया संस्थानों ने दावा किया कि दैनिक भास्कर में छपी इस खबर को कांग्रेस के मीडिया विभाग ने फैलाया था.
महाराष्ट्र में वैक्सीन की कमी
कल शाम अचानक महाराष्ट्र के अलग अलग हिस्सों से ये खबर आनी शुरू हुई कि टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीन ख़त्म हो गई है, अब लोगों को टिका नहीं लग पायेगा. आज देश के सभी राज्यों के मुकाबले कोरोना की स्थिति महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा है.
महाराष्ट्र की सरकार कोरोना के रोकथाम की जगह व्यापारियों से वसूली, न्यूज़ एंकर की गिरफ्तारी, अभिनेत्रियों के घर तोड़ने में व्यस्त है. ऐसे में जब स्थिति बिगड़ रही है तो महाराष्ट्र सरकार किसी तरफ दोष केंद्र सरकार के ऊपर मढना चाहती है.
महाराष्ट्र सरकार के इस आरोप के बाद प्रेस कांफ्रेंस में प्रकाश जावडेकर ने चौकाने वाली जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र सरकार की योजना में कमी के कारण अब तक 05 लाख वैक्सीन के डोज बर्बाद हो गए. वैक्सीन के वो डोज जिसके लिए आज पूरा विश्व संघर्ष कर रहा है, जो देश के नागरिकों की जान बचाने का एकमात्र रास्ता है, उसके 05 लाख डोज बर्बाद हो गए क्यूंकि महाराष्ट्र सरकार उन्हें टीकाकरण केन्द्रों तक पहुंचा नहीं पाई.
MyGovIndia ने अपने ट्विटर हैंडल से इस भ्रामक खबर का खंडन किया. जानकारी दी गयी की देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. 08 अप्रैल तक 9.1 करोड़ वैक्सीन का उपयोग किया जा चुका है. 2.4 करोड़ वैक्सीन स्टॉक में है, तथा 1.9 करोड़ वैक्सीन डोज़ पाइपलाइन में है.
There is NO SHORTAGE of #COVIDVaccines!
— MyGovIndia (@mygovindia) April 8, 2021
The government is continuously monitoring & enhancing supply. So, DON'T let FAKE NEWS mislead you.
Only trust authentic sources & be responsible while forwarding such reports.
For latest updates on #COVID19, visit https://t.co/CKhgW2LA7d. pic.twitter.com/wZLKaMOC86
देश में फर्जी ख़बरों के माध्यम से अराजकता और डर की स्थिति बनाने का प्रयास करने वाली ये ताकतें लगातार अपने मिशन में लगी हैं. अभी कुछ हीं दिनों पहले India Today ने केंद्र सरकार के हवाले से खबर चला दी कि उत्तराखंड में आयोजित हो रहा कुम्भ कोरोना का “Super Spreader” बन रहा है. हालाँकि उनके खबर चलाने के कुछ घंटे बाद हीं सरकार ने स्पष्ट कर दिया की ये खबर पूरी तरह से झूठ है.
आपदा के इस दौर में भी गिद्धों की फ़ौज अपने काम में लगी है, अचानक से ऐसी कोई खबर दिखाई दे तो घबराये नहीं, खबर की जांच करें उसके बाद हीं उसपर विश्वास करें. देश की सरकार आपके और आपके परिवार समेत पुरे देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए तत्पर है. आप अपनी जिम्मेदारी निभाएं, मास्क पहनें, सामाजिक दुरी के साथ प्रोपगेंडाबाज गिद्धों की भीड़ से भी दुरी बनाये रखें और बार बार अपने हाथ धोएं.