कोरोना का बढ़ता संक्रमण और एक्टिव हुई गिद्धों की फ़ौज

विश्व संवाद केंद्र, भोपाल    11-Apr-2021
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भारत में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है, देश के कई हिस्सों में नाईट कर्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन और कहीं कहीं सम्पूर्ण लॉकडाउन लगाया जा रहा है. इस बार संक्रमण का खतरा पिछले साल के मुकाबले ज्यादा है, लेकिन कोरोना के इस संक्रमण की आड़ में एक और संक्रमण इस देश को कमजोर करने में लगा है. लाशों की ढेर पर बैठकर राजनीति करने वाला गिद्द्धों का समूह दुबारा एक्टिव हो रहा है.

भोपाल के “देश के नंबर 1 विश्वसनीय अखबार” दैनिक भास्कर में कल सुबह एक खबर छपी, खबर थी की राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल AIIMS में एक साथ 102 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. स्वाभाविक तौर पर इस खबर को पढ़ते हीं लोगों में डर बढ़ने लगा क्यूंकि पिछले एक सप्ताह से दैनिक भास्कर हीं प्रचारित कर रहा है कि अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे, सरकार द्वारा बताये गए आकड़ों से कहीं ज्यादा शव विश्राम घाटों में जलाये जा रहे हैं. इस सारे डर के बीच 102 डॉक्टर का पॉजिटिव आना मतलब राजधानी की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था का धरासाई हो जाना.

दोपहर होते होते AIIMS की तरफ से मीडिया को जानकारी दी गयी की दैनिक भास्कर द्वारा चलाई गयी ये खबर पूरी तरह से गलत है. 102 नहीं बल्कि 02 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. एम्स प्रबंधन ने बताया कि 8 अप्रैल की रात तक 1285 में से केवल 38 विद्यार्थी संक्रमित हुए हैं. जबकि 2000 स्वास्थ्य कर्मियों में से 13 संक्रमित हुए हैं और 200 से ज्यादा संकाय सदस्यं में से केवल 2 सदस्य ही संक्रमित हुए हैं. अब तक सभी स्वास्थ्यकर्मी, विद्यार्थी या रेजीडेंट डाक्टर सभी स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं. कोई गंभीर बीमारी से ग्रसित नहीं है.

कुछ मीडिया संस्थानों ने दावा किया कि दैनिक भास्कर में छपी इस खबर को कांग्रेस के मीडिया विभाग ने फैलाया था.

महाराष्ट्र में वैक्सीन की कमी

कल शाम अचानक महाराष्ट्र के अलग अलग हिस्सों से ये खबर आनी शुरू हुई कि टीकाकरण केन्द्रों पर वैक्सीन ख़त्म हो गई है, अब लोगों को टिका नहीं लग पायेगा. आज देश के सभी राज्यों के मुकाबले कोरोना की स्थिति महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा है.

महाराष्ट्र की सरकार कोरोना के रोकथाम की जगह व्यापारियों से वसूली, न्यूज़ एंकर की गिरफ्तारी, अभिनेत्रियों के घर तोड़ने में व्यस्त है. ऐसे में जब स्थिति बिगड़ रही है तो महाराष्ट्र सरकार किसी तरफ दोष केंद्र सरकार के ऊपर मढना चाहती है.

महाराष्ट्र सरकार के इस आरोप के बाद प्रेस कांफ्रेंस में प्रकाश जावडेकर ने चौकाने वाली जानकारी देते हुए बताया कि महाराष्ट्र सरकार की योजना में कमी के कारण अब तक 05 लाख वैक्सीन के डोज बर्बाद हो गए. वैक्सीन के वो डोज जिसके लिए आज पूरा विश्व संघर्ष कर रहा है, जो देश के नागरिकों की जान बचाने का एकमात्र रास्ता है, उसके 05 लाख डोज बर्बाद हो गए क्यूंकि महाराष्ट्र सरकार उन्हें टीकाकरण केन्द्रों तक पहुंचा नहीं पाई.

MyGovIndia ने अपने ट्विटर हैंडल से इस भ्रामक खबर का खंडन किया. जानकारी दी गयी की देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. 08 अप्रैल तक 9.1 करोड़ वैक्सीन का उपयोग किया जा चुका है. 2.4 करोड़ वैक्सीन स्टॉक में है, तथा 1.9 करोड़ वैक्सीन डोज़ पाइपलाइन में है.

देश में फर्जी ख़बरों के माध्यम से अराजकता और डर की स्थिति बनाने का प्रयास करने वाली ये ताकतें लगातार अपने मिशन में लगी हैं. अभी कुछ हीं दिनों पहले India Today ने केंद्र सरकार के हवाले से खबर चला दी कि उत्तराखंड में आयोजित हो रहा कुम्भ कोरोना का “Super Spreader” बन रहा है. हालाँकि उनके खबर चलाने के कुछ घंटे बाद हीं सरकार ने स्पष्ट कर दिया की ये खबर पूरी तरह से झूठ है.

आपदा के इस दौर में भी गिद्धों की फ़ौज अपने काम में लगी है, अचानक से ऐसी कोई खबर दिखाई दे तो घबराये नहीं, खबर की जांच करें उसके बाद हीं उसपर विश्वास करें. देश की सरकार आपके और आपके परिवार समेत पुरे देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए तत्पर है. आप अपनी जिम्मेदारी निभाएं, मास्क पहनें, सामाजिक दुरी के साथ प्रोपगेंडाबाज गिद्धों की भीड़ से भी दुरी बनाये रखें और बार बार अपने हाथ धोएं.