सदन में मामला तब उठा जब कांग्रेस ने विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव लाकर पीड़ित परिवारों को सहायता देने की मांग की. दो घंटे की बहस के बाद कांग्रेस के नेता सदन से बाहर चले गए.
परिवहन मंत्री, गोविन्द सिंह राजपूत ने कहा कि , “ सीधी बस हादसा बहुत हीं दुर्भाग्यपूर्ण था. ज्यादातर पीड़ित गरीब परिवारों के थे. मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री से निवेदन करूँगा की पीड़ितों को सही मुआवजा दिलवाने के लिए प्रदेश सरकार न्यायलय में उनका साथ दे.”
54 यात्रियों की हुई थी मृत्यु
सतना से सीधी से जा रही बस सीधी जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर पटना गांव के पास चालक सहित नहर में गिर गई थी. बस में 61 लोग सवार थे. 16 फरवरी को हुई बस दुर्घटना के तत्काल बाद शुरू हुए बचाव अभियान में 54 लोगों के मृत्यु की पुष्टि हुई. लापता हुए अंतिम व्यक्ति का शव मिलने के बाद तलाशी अभियान को बंद कर दिया .