भोपाल - मां नर्मदा के किनारे बसा ऐतिहासिक शहर होशंगाबाद अब अपने असली नाम नर्मदापुरम से जाना जाएगा. यह घोषणा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा नर्मदा जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में की गई. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि होशंगाबाद का नाम बदलकर नर्मदापुरम करने का प्रस्ताव हम राज्य सरकार की ओर से केंद्र सरकार को भेजेंगे.
गौरतलब है कि पूर्व से ही स्थानीय नागरिकों ने कई बार मध्यप्रदेश सरकार से होशंगाबाद को उसका प्राचीन नाम देने की मांग उठाई जा रही थी. इस मांग को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि मां नर्मदा को दूषित होने से बचाने के लिए मैं दृढ़ संकल्पित हूं, साथ ही क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन को रोकने के लिए भी राज्य सरकार के द्वारा कठोर कदम उठाए जा रहे हैं. नर्मदा जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मां नर्मदा की आरती उतारते हुए पूजन अर्चन की इसी कार्यक्रम में उन्होंने इस ऐतिहासिक शहर को पुनः उसका ऐतिहासिक नाम देने की घोषणा की.
सीताराम गोयल ने नाम बदलने मुख्यमंत्री को लिखा था पत्र
सोशल एक्टिविस्ट और लेखक पंकज सक्सेना ने एक फेसबुक पोस्ट में जिक्र करते हुए लिखा है की होशंगाबाद का नाम नर्मदापुरम करने के लिए पूर्व से ही मांग उठाई जा रही थी. इसको लेकर श्री सीताराम गोयल ने तत्कालीन मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा गया था, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा था आपके राज्य के एक जिले का नाम एक क्रूर आक्रांता के नाम पर रखा गया है. होशंगशाह ने पूरे होशंगाबाद में लूट और बलात्कार जैसी दुर्दांत घटनाओं को अंजाम दिया था. होशंगशाह ने उस समय बने एक बड़े बांध को भी तबाह कर दिया था.
जिससे सैकड़ों हिंदू इस बाढ़ के कारण काल के गाल में समा गए थे. इसलिए होशंगाबाद का नाम उस क्रूर आक्रांता के नाम से बदलकर मां नर्मदा के नाम पर रखा जाए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की इस घोषणा को होशंगाबाद सहित पूरे मध्यप्रदेश के प्रबुद्ध जनों के द्वारा सराहा जा रहा है.