मध्यप्रदेश. प्रदेश में अब एक और स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी को नयी पहचान मिलने जा रही है. प्रदेश में अब पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम अमर क्रांतिकारी टंट्या भील के नाम पर होने जा रहा है. आगमी 4 दिसंबर को उनके लिए श्रद्दा सुमन अर्पित करते हुए उनके नाम पर स्टेशन का नामकरण किया जायेगा.
उल्लेखनीय है कि उन्होंने अंग्रेजों से शोषण के विरुद्ध लड़ाई लड़ी और भारत माता को परतंत्रता की बेड़ियों से मुक्त करने के लिए स्वयं का बलिदान कर दिया।
सरकार की तरफ से टंट्या भील की स्मृति को अक्षुण रखने के लिए पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम अमर क्रांतिकारी टंट्या भील रेलवे स्टेशन करने का प्रस्ताव केन्द्र शासन को तत्काल भेजने की बात की है. वीर टंट्या भील को जबलपुर जेल में फांसी दी गई थी। उनका अंतिम संस्कार महू के पास पातालपानी में हुआ था। इसलिए पातालपानी को उनके नाम पर लिया जा रहा है.
टंट्या भील को सभी जानवरो कि भाषा आती थी, आदिवासीयों द्वारा उन्हें देवता की तरह माना था.