भोपाल। भोपाल प्रवास पर आए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के केंद्रीय संगठन महामंत्री श्री मिलिंद परांडे ने महाकुंभ मेला, प्रयागराज में 7 से 9 फरवरी तक संपन्न हुई त्रिदिवसीय केंद्रीय बैठक के प्रमुख निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने मंदिरों की सरकारी नियंत्रण से मुक्ति, हिंदू समाज की जनसंख्या दर में गिरावट, पारिवारिक विखंडन, युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति और हिंदू संस्कृति के संरक्षण को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी।
मंदिरों की सरकारी नियंत्रण से मुक्ति अभियान
श्री परांडे ने बताया कि विहिप कार्यकर्ता अन्य हिंदू संगठनों के साथ मिलकर हर राज्य के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे और मंदिरों को हिंदू समाज को लौटाने की मांग करेंगे। इसके अतिरिक्त, आगामी विधानसभा सत्रों में कार्यकर्ता विधायकों से मुलाकात कर मंदिरों की मुक्ति के लिए समर्थन जुटाएंगे। साथ ही, मुख्यमंत्री को संबंधित राज्य के लिए प्रस्तावित कानून का मसौदा भी सौंपा जाएगा। उत्तर और दक्षिण भारत में बड़ी जनसभाओं के माध्यम से इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया है।
श्री परांडे ने हिंदू समाज की घटती जनसंख्या दर और युवाओं में नशे की प्रवृत्ति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, "हिंदू समाज की घटती जनसंख्या देश की पहचान और अस्तित्व के लिए संकट खड़ा कर रही है।" विहिप ने हिंदू युवाओं से 25 वर्ष की आयु तक विवाह करने और परिवार में दो से तीन बच्चों का आह्वान किया है। विहिप ने विवाहेत्तर संबंधों और लिव-इन रिलेशनशिप को हिंदू संस्कृति के लिए चुनौती बताया। श्री परांडे ने कहा "पश्चिमी भौतिकवाद, अर्बन नक्सल षड्यंत्र और ग्लोबल कॉरपोरेट समूह युवाओं को भटका रहे हैं।" विहिप ने युवाओं से पारंपरिक मूल्यों की ओर लौटने और मजबूत पारिवारिक ढांचे को अपनाने का आह्वान किया।
युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर चिंता.
विहिप ने देश में 16 करोड़ से अधिक लोगों के नशे की लत को गंभीर समस्या बताते हुए युवाओं से आत्मघाती प्रवृत्तियों से दूर रहने का आग्रह किया है। संगठन ने सरकारों से नशे के माफियाओं और आतंकियों के गठजोड़ पर कठोर कार्रवाई की भी मांग की। बैठक में ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, हांगकांग, मॉरीशस, दक्षिणी अफ्रीका, फ्रांस, थाईलैंड, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश और गुयाना जैसे देशों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, नागरिक कर्तव्य और स्वदेशी बोध जैसे विषयों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
अगली प्रांतीय बैठक गुना में.
मध्यभारत प्रांत की प्रांतीय बैठक आगामी 8 और 9 मार्च 2025 को गुना में आयोजित होगी, जिसमें केंद्र के प्रमुख विषयों पर आगे की रणनीति तय की जाएगी।