
व्यक्ति निर्माण से ही समाज परिवर्तन संभव
सह सरकार्यवाह मुकुंदा जी ने कहा कि संघ कार्य की दृष्टि से कवर्ड कैंपस अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यहाँ कार्य करने वाले लोग स्वभाव से ही राष्ट्रीय विचारधारा से प्रेरित होते हैं और अपने आचरण तथा संपर्क के माध्यम से व्यक्ति और समाज में राष्ट्रभाव जागृत करने का कार्य करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि व्यक्ति निर्माण से ही समाज परिवर्तन संभव है और यही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मूल उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि संघ ने अपने 100 वर्षों के कार्यकाल में इसी ध्येय मंत्र को केंद्र में रखकर कार्य किया है, जिसके सकारात्मक परिणाम आज समाज में दिखाई दे रहे हैं। केवल व्यवस्था परिवर्तन से होने वाले बदलाव स्थायी नहीं होते। जब तक व्यक्ति के विचार, आचरण नहीं बदलते, तब तक समाज में स्थायी परिवर्तन संभव नहीं है।
संस्कार, संस्कृति और मूल्य प्राप्त हुए
राष्ट्रभाव को मजबूत किया जा रहा है
संवाद के दौरान उपस्थित जनशक्ति ने अपने-अपने कवर्ड कैंपस में चल रहे संघ कार्य, उपलब्धियों और चुनौतियों के बारे में अनुभव साझा किए। स्वयंसेवकों ने बताया कि किस प्रकार नियमित संपर्क, सामाजिक समरसता और सेवा गतिविधियों के माध्यम से राष्ट्रभाव को मजबूत किया जा रहा है। कार्यक्रम के समापन पर मुकुंदा जी ने कहा कि आदर्श कवर्ड कैंपस निर्माण के लिए आवश्यक है कि रहवासी स्वयं चिंतन करें, टोली बनाकर सामूहिक रूप से कार्य की योजना तैयार करें और उसे निरंतरता के साथ स्थापित करें। स्वयंसेवकों से कहा कि वे अपने कार्यक्षेत्र में संघ के विचारों को आचरण में उतारते हुए समाज निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएँ।