प्रदेश का एक गाँव जो दिखा रहा देश दुनिया को राह.

गुना के भटोदिया गांव के 90% परिवार कर रहे जैविक खेती.

विश्व संवाद केंद्र, भोपाल    10-Sep-2024
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Organic Farming GUNA
 
गुना. असामान्य मौसम और कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग से हो रहे नुकसान ने किसानों को नई राह दिखाने के लिए प्रेरित किया है। मध्यप्रदेश में लगभग पिछले 5-7 सालों से सोयाबीन की फसल मौसम क चपेट में आ रही है। जिससे किसान परेशान होते हैं वहीँ कुछ किसानों ने इसके विपरीत नई फसलों और तौर तरीकों की दिशा में कदम बाधाएं हैं, ऐसा कुछ बदलाव गुना जिले के बमोरी तहसील के ग्राम भटोदिया में दिखाई देता है। यहां के 70 परिवारों में से 60 परिवार अब जैविक पद्धति से सब्जी की खेती कर रहे हैं, जिससे उनके जीवनस्तर और आय में भी सुधार हुआ है।
 
 
इसी क्रम में कृषि विभाग बमोरी द्वारा आत्मा योजना के अंतर्गत किसानों को सब्जी उत्पादन के लिए तकनीकी प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान की गई। जिन खेतों में पहले जहां सोयाबीन और मक्का जैसी परंपरागत फसलें उगाई जाती थीं, वहीं अब ड्रिप और मल्चिंग तकनीक का उपयोग करके मिर्ची, बैगन, करेला, खीरा और ककड़ी जैसी सब्जियां उगाई जा रही हैं। जैविक कीटनाशकों और खाद के इस्तेमाल से कम लागत में अधिक लाभ कमा रहे किसान अपनी सफलता की कहानी लिख रहे हैं।
 
 
इस जैविक खेती के परिणामस्वरूप, बड़े व्यापारी गांव में ही आकर सब्जियां खरीद लेते हैं, जिससे किसानों को गुना मंडी तक जाने की जरूरत भी नहीं पड़ती। इससे न केवल उनका समय और पैसा बचता है, बल्कि खेती के प्रति उत्साह भी बढ़ा है। भटोदिया गांव का यह मॉडल अन्य गांवों के किसानों को भी सब्जी की खेती अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा है, जो कि ग्रामीण कृषि की दिशा में एक सकारात्मक बदलाव है।